Top 5 Panchatantra Stories in Hindi and tales of Hindi kahaniya | बच्चों के लिए बेस्ट कहानिया

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Panchtantra Stories in hindi

Panchatantra stories in Hindi are very famous storybook. We must have read it in our life at some time, you must have read this Hindi kahaniya in your school time or in childhood. These moral stories are the best value book for children. Children know the way of life in these stories which gives them some work in the future. So, you should teach your children and you are also lying and teach small things from these stories.

1. चतुर बंदर और मगरमच्छ की दोस्ती!

The Monkey and the Crocodile story

एक बार की बात है, एक बंदर नदी के किनारे स्थित जामुन के पेड़ पर रहता था। उसी जंगल एक मगरमच्छ और उसकी पत्नी दोनों नदी मैं साथ रेहते थे। एक दिन मगरमच्छ घूमता हुआ उस जामुन के पेड़ के नीचे आकर आराम करने लगा, तभी उस बन्दर ने कुछ जामुन उस पेड़ से तोड़ कर उस मगरमच्छ को दे दिया। वह रसीले और मीठे जामुन मगरमच्छ को बहुत पसंद आये, और फिर वो रोजाना उस पेड़ के नीचे आता और बंदर उसको वह रसीले जामुन देता। ऐसे करते-करते बन्दर और मगरमछ आपस मे एक अच्छे मित्र बन गये।

एक दिन बंदर के दिए गए जामुन लेकर मगरमच्छ अपनी पत्नी के पास गया और उसे खाने को दिया। जब मगरमच्छ की पत्नि जामुन खाए तो उसे वह बहुत पसंद आए लेकिन वह बंदर से बहुत जलती थी, क्योंकि मगरमच्छ अपना ज्यादातर समय बंदर के साथ व्यतीत करता था और यह मगरमच्छ की पत्नी को रास नही आता था। वह रसीले फल खाने के बाद मगरमच्छ की पत्नी ने मगरमच्छ से कहा,

“यदि उस बंदर के दिए हुए फल इतने रसीले हैं तो बंदर का दिल कितना मीठा होगा, मुझे बंदर का दिल चाहिए।”

मगरमच्छ अपने मित्र को बिल्कुल भी नहीं मारना चाहता था लेकिन उसके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। मगरमच्छ और उसकी पत्नी ने मिलकर एक प्लान बनाया, एक दिन मगरमच्छ ने बंदर को अपने घर खाने पर बुलाया। बंदर बेहद खुश था, लेकिन वह तैर नहीं सकता था इसलिए मगरमच्छ ने बंदर को अपनी पीठ पर बैठाकर अपने घर ले जाने लगा।

मगरमच्छ खुश था, कि उसने बंदर को अपने जाल में फंसा लिया। लेकिन मगरमच्छ ने बंदर को उसके घर ले जाने का असली कारण बता दिया। चतुर बंदर ने शान्तिपूर्वक दिमाग लगाया और कहा,

“मित्र यह बात तो मुझे पहले बतानी चाहिए थी ना क्योंकि मैं अपना दिल पेड़ पर ही छोड़ आया हूं।” हमें तुरंत वापस जाना चाहिए और पेड़ से दिल को लेकर आना चाहिए।

मगरमच्छ बंदर की चाल में आ गया और वह बंदर को लेकर वापस पेड़ के पास ले गया। और इस प्रकार चतुर बंदर ने अपनी जान बचाई।

कहानी का उद्देश्य : अपने जीवन में दोस्त या कोई साथी सोच समझ कर चुनना चाहिए और हमेशा अपना फैसला शांतिपूर्वक लेना चाहिए।

2. एक सारस और केकड़ा!

Panchatantra Stories in Hindi

एक तालाब था जिसमें एक सारस रहता था, सारस अपना पेट उसी तालाब में रहने वाली मछलियों को खाकर भरता था। कुछ समय बाद सारस बढ़ा हुआ और तालाब में मछलियां कम होने की वजह से उसे खाने को मछलियां नहीं मिलती थी,  सारस ने एक योजना सोची फिर मछली, मेंढक और केकड़ों को बुलाकर उनसे कहा की कुछ लोग  तालाब तालाब को भरकर उसमें खेती करने वाले है, इसलिये तलाब मे कोई मछ्ली नही रहेंगी। ये सुनकर मछ्ली बहुत दुखी हुई और उन्होंने सारस से मदद की गुहार लगाई। चलाक सारस ने उन्हें किसी बड़े तालाब में ले जाने का झुटा वादा करा।

हालांकि, यह सारस की एक चाल थी तो उसने कहा की “मैं बूढ़ा व्यक्ति हु, मे एक बार मैं एक मछली को ही ले जा सकता हु” और सब ने हाँ भर दि।

सारस मछलियों को दूर एक चट्टान पर ले जाता और उन्हें मार कर खा जाता। ऐसे मे जब भी उसको भूक लगती तो वह उनमे से कुछ मछलिया को चट्टान पर ले जाता और मारकर खा जाता।

उस तालाब में एक केकड़ा भी रहता था जो उसी बड़े तालाब में जाना चाहता था। सारस के मन में लालच आ गया और वह इस बार खाने में कुछ नया खाना चाहता था तो वह केकड़े की मदद करने के लिए सहमत हो गया। जब सारस केकड़े को ले जा रहा था तब केकड़े ने पूछा “वह बड़ा तालाब कहा है?” सारस जोर जोर से हंसने लगा और उसने उसी चट्टान की तरफ इशारा किया। चट्टान पर मछलियों की हड्डियां देख केकड़ा समझ गया और उसे खतरे का आभास हो गया। केकड़े ने अपनी जान बचाने के लिए तुरंत सारस की गर्दन पकड़ ली और तब तक नहीं छोड़ा जब तक सारस की मृत्यु नहीं हो गई।

कहानी का उद्देश्य : हमेशा खतरे में होने पर दिमाग को शांत रखकर जल्दी फैसला करना चाहिए।

3. कछुआ और गीज | Panchatantra Stories in Hindi

The Tortoise and the Geese story

एक झील में एक कछुआ और दो गीज रहते थेे, वे आपस में बहुत अच्छे दोस्त थे। कुछ समय बाद धीरे-धीरे झील सूखने लगी और गीजों ने नए स्थान की तरफ पलायन करने का फैसला लिया। लेकिन एक समस्या थी, कछुआ भी अपने गीज दोस्तों के साथ जाना चाहता था लेकिन वह उड़ नहीं सकता था। बहुत मिन्नतें करने के बाद दोनों गीजों ने फैसला किया और एक योजना बनाई।

वह दोनों अपनी चोंच में एक लकड़ी का टुकड़ा दोनों किनारे से पकड़ लेंगे और उन्होंने कछुए से कहा कि वह अपने मुह से उस लकड़ी के टुकड़े को कस कर पकड़ ले और न छोड़े।

जैसे ही उन्होंने पलायन के लिए उड़ान भरी, कुछ देखने वाले जीव जंतु ने सोचा कि कछुए का अपहरण कर लिया है और कछुए की तरफ देखते हुए कहा, “अरे, बेचारा गरीब कछुआ” यह सुनते ही कछुआ नाराज हो गया और गुस्से में आकर उसने उन्हें पलटवार जवाब देने के लिए जैसे ही मुंह खोला वैसे ही कछुआ जमीन पर गिर पड़ा और मर गया।

कहानी का उद्देश्य : कुछ भी कहने से पहले एक बार सोचे, और दिए गए निर्देशों का पालन करें।

4. तीन मछलियों की कहानी!

tales of the three fishes

एक गांव में एक तालाब था जो नदी के सहारे जुड़ा हुआ था, तीन मछलियां रहती थी जो बहुत अच्छी दोस्त थी। “पहली मछली बहुत होशियार थी, और दूसरी मछली बहुत चतुर थी जो मुसीबत के समय कोई ना कोई रास्ता निकाल लेती थी, तिसरी मछली अड़ियल और मनबुद्धि थी।”

नदी में मछलियां ना मिलने के कारण मछुआरे परेशान थे और उनमें से एक ने बोला, “अगर मछलियां नदी में नहीं है तो कहां है” तभी उन्होंने उस तलाब को ढूंढ निकाला जिसमें वह तीन मछलियां रहती थी। उन मछुआरो ने एक योजना बनाई कि वह अगले दिन आकर इस तालाब में से सारी मछलियां पकड़ लेंगे, ऐसा कहते हुए पहली मछली ने सुन लिया और अपने दोस्तों को जाकर बताया।

पहली मछली ने कहा कि मैं कल मछुआरों के आने से पहले नदी में वापस चली जाऊंगी, दूसरी मछली ने बोला मैं नहीं जाऊंगी जब वह आएंगे तो मैं मरने का नाटक करूँगी और उस नेवले की लास्ट में घुस जाऊंगी जो तालाब में तैर रही थी, तिसरी मछली अड़ियल थी और वह भाग्य के भरोसे रहती थी उसने कहीं भी जाने से साफ इंकार कर दिया।

अगले दिन जब मछुआरे आए तो दूसरी मछली नेवले की लाश में छुप गई और तिसरी मछली वही घूमने लगी, इन मछुआरों ने अपना जाल फेक कर सारी मछलियां पकड़ ली और उस जाल में तिसरी मछली भी फस गयी।

कहानी का उद्देश्य : परिस्थिति के साथ खुद को बदलना सीखें और खतरा महसूस होते ही तुरंत कार्रवाई करें।

5. हाथी और चूहों की कहानी!

The Elephants and the Mice Panchatantra Stories in Hindi

दूर एक गांव था जहां के लोग भूकंप की तबाही की कारण गांव छोड़कर कहीं और चले गए थे। उनके जाने के बाद चूहों ने वहां पर अपना घर बसा लिया। गांव के बाहर झील थी जहां हाथियों का झुंड अक्षर नहाने और पानी पीने जाया करता था। वह चूहों की बस्ती से गुज़रते थे और वहां से गुजरते गुजरते वक्त चूहों को रौंदते हुए निकल जाते हैं।

चूहों के राजा ने हाथियों से मिलने का निर्णय लिया, जब चूहों का राजा हाथियों के राजा से मिल कर अपनी समस्या बताई और उनसे उनका मार्ग बदलने का विचार करने को कहा और कहा हम बहुत आभारी होंगे और बदले में आपकी जरूरत के समय आपकी सहायता करने का वादा करते हैं।

हाथियों का राजा हंसने लगा और कहा “हम विशाल हाथियों का आप छोटे चूहों से क्या सहायता की मांग कर सकते हैं?” लेकिन हम आपके अनुरोध का सम्मान करते हैं इसलिए हम अपना मार्ग बदल लेंगे।

कुछ दिन बाद हाथियों का झुंड शिकारियों के जाल में फस गया लेकिन उनमें से एक खुशनसीब हाथी बच गया तभी हाथी के राजा को चूहों द्वारा किया गया वादा याद आया और उसने अपने उस एक साथी को चूहों के पास मदद मांगने के लिए भेजा। चूहों ने तुरंत मदद करने का फैसला लिया और शिकारियों के जाल को कुतरकर काट दिया और हाथियों को आजाद करवा दिया। हाथी राजा चूहों का बहुत धन्यवाद किया और कहा हम यह एहसान कभी नहीं बोले।

कहानी का उद्देश्य : एक सच्चा इंसान ही हमेशा मुसीबत के वक्त काम आता है। लोगों के लिए प्रति दयालु रहे और मदद के लिए कभी किसी को मना न करें।

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